
भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के हर फॉर्मेट को अलविदा कह दिया है.ये बात तो सभी को पता हो गया होगा, लेकिन अश्विन ने भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे बार्डर – गवास्कर सीरीज के बीच अचानक से संन्यास क्यों लिया ये अब तक साफ नहीं हो पाया है.क्योंकि सीरीज में अभी दो मैच बाकी थे. इन दो मैचों के बाद भी रविचंद्रन अश्विन संन्यास (R Ashwin Retirement ) ले सकते थे. लेकिन उन्होंने तीसरे टेस्च मैच के खत्म होते ही अचानक से संन्यास की घोषणा कर दी.जिसने सभी को चौका दिया.
शानदार रहा है अश्विन का क्रिकेटिंग करियर
अश्विन का क्रिकेटिंग करियर शानदार रहा है.अपने क्रिकेटिंग करियर में अश्विन ने कई रिकॉर्ड बनाए है.अश्विन न सिर्फ गेंदबाजी बल्की बल्लेबाजी में भी कई दफा कमाल दिखाया हैं.अश्विन का टेस्ट के साथ-साथ वनडे और टी-20 क्रिकेट में भी शानदार प्रदर्शन रहा है. अश्विन ने कुल 106 टेस्च मैच खेले जिसमे उन्होंने 537 विकेट लिए. जिसमे कई रिकार्ड शामिल है. अश्विन ने 8 बार 10 विकेट झटके, जबकी 37 बार पांच विकेट लिए. वहीं अश्विन का एक टेस्ट पारी में 59 रन देकर 7 विकेट लेना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है.इतना ही नहीं अश्विन ने 106 टेस्ट मैचों की 151 इंनिग में 25.67 की औसत से 3503 रन भी बनाए.जिसमे 6 शतक और 14 अर्धशतक शामिल है. अश्विन ने अपने गेंदबाजी के दम पर कई मैचों में जीत दिलाई. वहीं बल्लेबाजी से मैच जिताए भी और कई हाथ से निकले हुए मैच में शानदार बल्लेबाजी करते हुए भारत के लिए मैच बचाए भी.
घोषणा के दौरान भावुक हुए अश्विन
अश्विन संन्यास की घोषणा के दौरान भावुक नजर आए. अश्विन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”बतौर भारतीय क्रिकेटर इंटरनेशनल लेवल पर यह मेरा आखिरी दिन है.” वहीं अश्विन ने अपने यादों को साझा किया.इस दौरान भारतीय कप्तान रोहित शर्मा भी उनके साथ बैठे थे.
क्या वजह रही अश्विन के संन्यास की?
एक दशक से भी ज्यादा समय से अश्निन ने भारत के लिए क्रिकेट खेला. और देश को कई यादगार पल दिए. अश्विन एक दशक से ज्यादा समय के लिए भारतीय टेस्ट टीम के फ्रंटलाइन स्पिन गेंदबाज रहें. इतना ही नहीं लाल गेंद फॉर्मेट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी बने. लेकिन अचान से बीच सीरीज में संन्यास के ऐलान ने सभी क्रिकेट फैंस को चौका दिया. दरअसल अश्विन को आस्ट्रेलिया में चल रही बार्डर –गवास्कर सीरीज के पहले तीन मैचों में सिर्फ एक मैच खेलने का मौका मिला.दरअस अश्निन को पहले मैच में जगह नहीं मिली और एडिलेड में पिंक बाल टेस्ट मैच खेलने को मिला तो, उसमे अश्विन कुछ खासा कमाल नहीं कर पाए और बस एक विकेट ही झटक पाए. वहीं तीसरे मैच में भी अश्निन को जगह नहीं मिली. ऐसे में तीसरा टेस्ट मैच खत्म होते ही अश्विन ने इंटेरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया.
विदेश में खराब प्रदर्शन बना अश्विन के संन्यास की वजह
अश्विन का अपने देश में टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन रहा हैं. पिछले सीरीज की बात करे तो न्यूजीलैंड के खिलाफ अश्विन ने शानदार गेंदबाजी की थी, लेकिन अगर विदेशी पीचों की बात करे तो हाल के कुछ सीरीज में अश्विन का प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं रहा. और लगातार उन्हें बेंच पर बैठना पड़ रहा था. यही कारण रहा की अश्विन ने सीरीज के बीच में ही संन्यास का ऐलान कर दिया.
क्या बीसीसीआई को अश्विन को एक फेयरवेल मैच देना चाहिए
अश्विन भारत के टेस्ट फॉर्मेट का एक बेहतरीन गेंदबाज रहे है, ऐसे में अचानक से बीच सीरीज में संन्यास के ऐलान से उन्कें फैंस मायुस नजर आ रहे है और शोसल मीडिया पर अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है,साथ ही बीसीसीआई से मांग कर रहे है कि इस महान खिलाड़ी को एक फेयरवेल मैच अपने देश में जरूर देना चाहिए.