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Nitish Reddy:  फ्लावर नहीं वाइल्ड फायर निकले नीतीश रेड्डी

Nitish reddy

आंध्र प्रदेश के लाल ने किया कमाल … पिता के सपनों को किया पूरा

Nitish Reddy नाम सुनकर फ्लावर समझे क्या, फायर नहीं वाइल्ड फायर निकले नीतीश रेड्डी(Nitish Reddy). दरअसल आस्ट्रेलिया में चल रहे बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में नीतीश रेड्डी ने अपने बल्लेबाजी से आग लगा दी है. बॉकसिंग डे टेस्ट मैच में नीतीश रेड्डी ( Nitish Reddy) ने 189 गेंदों में 114 रनों की शानदार शतकीय पारी खेली. जिसमे 11 चौके और एक छक्का शामिल था. भारतीय टीम को फॉलोऑन होने बचाया. जिसकी सभी तारीफ कर रहे है लेकिन किसी को ये नहीं पता की नीतीश के क्रिकेटर बनने की पिछे की कहानी क्या है.

 नीतीश ने 17 साल की उम्र में आंध्र प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना शुरू किया था. लेकिन IPL 2023 में पहली बार नीतीश ( Nitish Reddy) को सनराइजर्स हैदराबाद ने 20 लाख में अपने टीम में शामिल किया. लेकिन उस सीजन नीतीश रेड्डी को ज्यादा मैच खेलने का मौका नहीं मिला. लेकिन घरेलु क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन के कारण नीतीश को IPL  2024  में 13 मैच खेलने का मौका मिला और नीतीश ने इस मौके को खुब भुनाया और 13 मैचों में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 303 रन बनाए साथ ही 3 विकेट भी झटके और यहां से उनकें लिए टीम इंडिया के लिए दरवाजें खुल गए.

Nitish Reddy Father: नीतीश के लिए पिता ने छोड़ दी सरकारी नौकरी

नीतीश रेड्डी आज जो कुछ भी है वो सिर्फ अपने पिता के कारण, क्योंकि नीतीश के सपनों को पुरा करने के लिए नीतीश के पिता ने अपनी  सरकारी नौकरी तक छोड़ दी थी. दरअसल नीतीश का जन्म 26 मई 2003 को आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में हुआ था. उस समय नीतीश के पिता मुत्यला रेड्डी हिंदुस्तान जिंक कंपनी में काम करते थे. वहीं नीतीश ने 5 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया.लेकिन कुछ समय के बाद उनके पिता का तबादला जयपुर हो गया. जहां नीतीश को क्रिकेट खेलने के लिए सही माहौल और सुविधा नहीं मिल रहा था. कहते है ना की पूत के पाँव पालने में दिख जाते हैं. नीतीश के पिता को भी यकीन था एक दिन उनका लड़का जरूर कमाल करेगा.इसलिए नीतीश के पिता ने नौकरी छोड़ दी और वापस लौट आए अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए.

शतक लगाते ही नीतीश के पिता के छलके आंसू

मेलबर्न में शतक लगाने के बाद नीतीश ने झुक कर अपने पिता को अपने पहले शतक का श्रेय दिया.तो बेटे के सपनों को पूरा होते देख पिता के आंखों में खुशी के आंसू छलक आए.जिसका गवाह मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड बना.

वहीं शतक लगाने के बाद नीतीश ने सफलता का श्रेय अपने पिता को दिया. उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो मेरे पिता ने केंद्र सरकार में 25 साल तक सेवा की थी और जब मैं कुछ नहीं था और मैं राज्य स्तर पर नहीं खेला था तो सबसे पहले जिस व्यक्ति ने मुझ पर विश्वास किया, वह मेरे पिता थे। ’’

नीतीश ने आगे कहा, ‘‘उन्होंने मुझ पर विश्वास किया और मेरे लिए अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया. वह मुझे मैदान, जिम ले जाते थे.वह हमेशा मेरे साथ रहना चाहते थे. उन्होंने बहुत सारे बलिदान किए. अगर मुझे उनके बारे में बताना पड़े तो समय कम पड़ जाएगा लेकिन मैं उनके जैसे पिता को पाकर बहुत आभारी हूं. ’’

Nitish Reddy IPL History : पिता ने नौकरी छोड़ी तो मां ने संभाला घर

बेटे के सपने को पूरा करने के लिए जहां एक तकफ पिताने नौकरी छोड़ दी तो दूसरी तरफ मां ने घर संभाला. नीतीश के पिता सारा टाईम नीतीश के प्रेकटीस पर  देने लगे. और 2020 में नीतीश ने केरल के खिलाफ खेलते हुए आंध्र प्रदेश के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया. और कड़ी मेहनत के बाद IPL 2023 में सनराइजर्स हैदराबाद ने नीतीश रेड्डी को  बेस प्राइस 20 लाख में अपने टीम में शामिल किया.लेकिन उस सीजन नीतीश को ज्यादा मैच खेलने का मौका नहीं मिला. लेकिन अगले सीजन य़ानी 2024 में नीतीश को घरेलु क्रिकेट में अच्छे फॉर्म के कारण अधिक मैच खेलने का मौका मिला और नीतीश उन मौके को दोनों हाथों से लपका. और यहां से नीतीश के लिए इंडियन क्रिकेट के लिए दरवाजा खुल गया. और उन्होंने साबित भी कर दिया की वो लंबे रेस के घोड़े है.

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